पत्थर June 22, 2025 by मुकेश कुमारअब बेजुबान हैंयकीन मानोये बोलते थेकभीबातें करते थेदूब सेलड़ा करते थेधूप सेलिपट जाया करते थेहवाओं सेडूब जाया करते थेबारिश मेंभींग जाया करते थेशबनम सेबस…एक फूल के मुरझाने सेहो गए हैं बेजुबानये पत्थर