मैं रेत हूं
घुल जाऊं तो कांच हूं टकराऊं तो चट्टान रिसता रहूं तो समय हूं रिस जाऊ तो काल मैं रेत हूं समय बदल देता हूं …………. नहर, नदी, झील, सागर से … Read more
घुल जाऊं तो कांच हूं टकराऊं तो चट्टान रिसता रहूं तो समय हूं रिस जाऊ तो काल मैं रेत हूं समय बदल देता हूं …………. नहर, नदी, झील, सागर से … Read more
नब्ज थाम कर दर्द की दवा लिख दी हाथ दिल पर रखता तो इलाज हो जाता ……. मेरा तबीब मेरा हिसाब कर देता है नुस्खा नहीं बताता पर दिल की बात … Read more