पत्थर

अब  बेजुबान हैं यकीन मानो ये बोलते थे कभी बातें करते थे दूब से लड़ा करते थे धूप से लिपट जाया करते थे हवाओं से डूब जाया करते थे बारिश … Read more

जश्न

ना बोलो तुम ना बोलू मैं खामोशी अपनी कहानी कह जाए ———- मौसम रखता है  पाई पाई का हिसाब हो बरसात तो सारी सफाई हो जाए ———- तुम्हारे होने से  … Read more

सूरज

ब्रह्म से बाहर निकल जाना चाहता हूं उजाले के भ्रम से मुक्त होना चाहता हूं अंधेरे के सच को जान लेना चाहता हूं सूरज सच है ये झूठ बता देना … Read more

सब ले गए तुम 

सब ले गए तुम तो यादें भी ले जाते तारों संग मेरे रतजगे भी ले जाते नींद जब ले ही गए तो बातें…सपने…सूनापन भी ले जाते खुशबू तो साथ चली … Read more

कर्ण मौन हो चुके थे

थे आग्नेयास्त्र की चमक से, आकाश भी पिघल रहे,वीरों के बाण-नाद से, थे वातावरण गूंज रहे। जंगलों में पेड़-पौधे, खुद में थे दुबक रहे,वायु में सैनिकों के, थे प्राण-पखेरू उड़ … Read more

माधव तुम अपराधी हो

दिनकर के सवाल माधव तुम अपराधी होराधेय के तुम घाती हो अर्जुन की खातिर माधव, तुमनेराधेय की बलि चढ़ाई है पार्थ-मोह में अंधे हो तुमने,दिनकर की ज्वाला भड़काई है क्या … Read more

सब ले गए तुम 

सब ले गए तुम, तो यादें भी ले जाते तारों संग मेरे रतजगे भी ले जाते नींद जब ले ही गए तो बातें…सपने…सूनापन भी ले जाते ……………. खुशबू तो साथ … Read more